जब सब जगह कोरोना के कारण गिलोय की मांग बढ़ गयी है, तो यह भी जानना जरूरी है कौन से कंपनी का गिलोय आपके लिए सबसे बेहतर है।
तो पढ़िए एक तुलनात्मक अध्ययन विभिन्न कंपनियों के गिलोय का।
पतंजलि गिलोय घनवटी:
पतंजलि आज के आयुर्वेदिक बाजार में सबसे ज्यादा बिक्री वाले आयुर्वेदिक उत्पाद बनाता है। जिसमें गिलोय घनवटी का अपना ही जगह है। यह घनवटी 40 ग्राम के डब्बे में 80 टेबलेट के साथ अब आ रहा जिसका मूल्य 120 रुपया है। पहले यह घनवटी 40ग्राम के डब्बे में 100 रुपया मूल्य में 60 टेबलेट के साथ आता था।
क्षमता: जब क्षमता की बात करें तो यह 500मिलीग्राम डोज में इसका टेबलेट आता है।
प्रमाणीकरण: fssai को छोड़ दे तो इस गिलोय घनवटी को कोई भी क्वालिटी से जुड़ी संस्था प्रमाणित नहीं करती है।
डाबर गिलोय घनवटी:
भारत में डाबर आयुर्वेद के क्षेत्र में एक बहुत पुराना नाम है। इसलिए ग्राहकों का विश्वास भी इस पर बहुत ज्यादा है। आइये इसके गिलोय की चर्चा करें।
यह गिलोय 83 रुपये मूल्य पर बाजार में उपलब्ध है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि इसमें सिर्फ 40 टैबलेट ही उपलब्ध है। इस तरह से देखे तो डाबर भी 60 टैबलेट के 125 रुपये के आस-पास मूल्य ले रही है।
क्षमता:
जहां पतंजलि के गिलोय में उसकी क्षमता का आकलन 500मिलीग्राम बताया गया है, वहीं डाबर में क्षमता को लेकर कोई भी बात नहीं बताई गई है। जो दवा बनाने के नियमों की अवहेलना भी है।
प्रमाणीकरण:
जिस तरह पतंजलि को भी fssai छोड़ किसी भी क्वालिटी संस्था से प्रमाणित नहीं है, उसी प्रकार डाबर को भी किसी प्रकार का प्रमाणिकरण उपलब्ध नहीं है।
श्री श्री तत्व
श्री श्री तत्त्व की दवा पहले श्री श्री आयुुुर्वेद के नाम से आती थी। इसमें गिलोय को अमृत कहा गया है, जो गिलोय का संस्कृत नाम है।
इसका गिलोय बाजार में 130 रुपये मूल्य में उपलब्ध है जिसमें कुल 60 टैबलेट है।
क्षमता:
इस का गिलोय 500मिलीग्राम क्षमता का है।
प्रमाणीकरण:
यह गिलोय fssai के साथ साथ भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा भी प्रमाणित है। इसके अतिरिक्त यह गिलोय GMP, HACCP द्वारा प्रमाणित है जो इसकी गुणवत्ता को सुनिश्चित करता है। अन्य गिलोय के पास इस तरह का कोई प्रमाण क्वालिटी को लेकर नहीं है। इसके साथ यह पैराबेन मुक्त है। जबकि अन्य कंपनी यह घोषणा नहीं करती है। पैराबेन किडनी और पाचन तंत्र संबंधी बीमारियों को जन्म देता है। एक तरह से देखा जाए तो श्री श्री तत्त्व की गुणवत्ता बाजार में गिलोय के मायने में सर्वोत्तम है।
हिमालया
हिमालया भी आयुर्वेद के क्षेत्र में बहुत जाना-पहचाना नाम है। इस कंपनी का आयुर्वेद के साथ-साथ अंग्रेजी दवा के दुकानों पर भी विशेष पैठ है।
हिमालया में गिलोय गुडूची के नाम से आता है, जो गिलोय का ही दूसरा नाम है। यह 60 टैबलेट के डब्बे में 150 रुपये में उपलब्ध है। एक तरह से देखे तो बाजार में सबसे महंगा गिलोय हिमालया ही देती है।
क्षमता:
यह गिलोय 250 मिलीग्राम में उपलब्ध है। जो बाजार में उपलब्ध ब्रांड में से डाबर को छोड़ कर इसे सबसे कमजोर क्षमता का बनाता है।
प्रमाणीकरण:
यह गिलोय भी fssai छोड़ किसी भी संस्था द्वारा प्रमाणित नहीं है।